भालू को संस्कृत में क्या कहते है ?

Bhalu ko sanskrit mein kya kahate hain: भालू एक बड़े शरीर, मोती टाँगे, लम्बे नाक और पुरे बदन पर घने बाल वाला एक स्तनधारी प्राणी है।

भालू के पूरी दुनिया में अलग अलग तरह की कई प्रजातिया है, जिनमे से कुछ शाकाहारी है जो सिर्फ बांस की टहनिया या पत्ते खाते है जबकि कुछ मांसाहारी है जो मछलिया और छोटे छोटे जीवो को खाते है।

भालू को संस्कृत में क्या कहते है ?

भालू को संस्कृत में भल्लूकः, ऋक्षः कहते है, जो भालू की सुंदरता, लचीलेपन को प्रदर्शित करता है।

उदाहरण

1. भालू जंगल में घूम रहा था।

ऋक्षः वने भ्रमति स्म ।

2. मैंने नदी के पास एक बड़े भालू को घूमते हुए देखा।

अहं नदीसमीपे एकं विशालं ऋक्षं भ्रमन्तं दृष्टवान्।

3. भालू भूरे रंग का बड़े बड़े बालो वाला होता है।

ऋक्षः श्यामवर्णः विशालकेशैः सह भवति ।

4. भालू अपनी अविश्वसनीय ताकत के लिए जाने जाते हैं।

ऋक्षाः अविश्वसनीयबलेन प्रसिद्धाः सन्ति ।

5. भालू एक पेड़ पर चढ़ रहा था।

ऋक्षः वृक्षम् आरुह्य आसीत् ।

6. जंगली भालू दिखाई देने पर दूर भाग जाये।

वन्यऋक्षं दृष्ट्वा पलायस्व।

7. भालू घास पर सो रहा है।

तृणेषु सुप्तः ऋक्षः।

आशा करते है Bhalu ko sanskrit mein kya kahate hain और भालू का संस्कृत वाक्यों में प्रयोग आप जान गए होंगे।

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