Bhed ko sanskrit mein kya kehte hain: भेड़, विनम्र और सौम्य प्राणी है, जिसने मानव इतिहास में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऊन और मांस उपलब्ध कराने से लेकर पवित्रता और बलिदान के रूप में भी भेड़ का काफी उपयोग किया गया है।
भेड़, जिसका वैज्ञानिक नाम ओविस एरीज़ होता है, ये बोविडे परिवार से संबंधित पालतू जुगाली करने वाले स्तनधारी हैं। भेड़ें सामाजिक प्राणी हैं, जो ज्यादातर अपने समूह के साथ रहना पसंद करता है। इनकी आखो में क्षैतिज पुतलियाँ होती है, जो उन्हें शिकारियों के पता लगाने और उन्हें सुरक्षित रखने में मदद करती है।
दुनिया के कई कई अलग क्षेत्रों में भेड़ पालन भी काफी बड़े स्तर पर किया जाता है, भेद के दूध से डेरी उत्पाद बनाये जाते है, और इनके बाल ऊन बनाने के काम में लिए जाते है।
भेड़ को संस्कृत में क्या कहते है ?
भेड़ को संस्कृत में मेषाः कहते है और अंग्रेजी भाषा में शीप (sheep) कहते है।
भेड़ का संस्कृत वाक्य में प्रयोग
1. भेड़ खाने में घास और वनस्पति चरती है।
मेषाः भोजनार्थं तृणं वनस्पतिं च चरन्ति ।
2. भेड़ झुण्ड में रहना पसंद करती है।
मेषाः यूथेषु निवसितुं रोचन्ते।
3. भेड़ के बाल ऊन बनाने के काम में लाये जाते है।
मेषकेशानां उपयोगेन ऊनानि भवन्ति ।
4. भेड़ो में सुनने और सुघने की तीर्व क्षमता होती है।
मेषाणां श्रवणं घ्राणं च तीक्ष्णं भवति ।
5. भेड़ पालन, किसानो के लिए आजीविका का साधन है।
मेषपालनं कृषकाणां आजीविकायाः साधनम् अस्ति ।
6. भेड़ का बच्चा अभी छोटा है।
मेषः अद्यापि लघुः अस्ति।
7. भेड़ का दूध काफी फायदेमंद होता है।
मेषदुग्धं बहु लाभप्रदं भवति।