Nil gai ko sanskrit mein kya kahate hain: नील गे भी सामान्य गाय के बुद्धिमान और देखने में आकर्षित होती है, जो की अपने नील भूरे रंगो के कारण पहचानी जाती है।
नर नील गाय, मादा की तुलना में काफी बड़ी और ताकतवर होती है, दोनों के चेहरा पर सफ़ेद धारिया होती है, इसके साथ ही दोनों के पैर मजबूत और लम्बे होते है जो उन्हें खुले मैदान में दौड़ने में मदद करते है।
नील गाय एक शकाहारी जानवर होता है जो घास, पत्तिया और वनस्पतिया चरती है।
नील गाय को संस्कृत में क्या कहते है ?
नील गाय को संस्कृत नीलगौः कहते है और अंग्रेजी भाषा में ब्लू काऊ (Blue Cow) कहते है।
नील गाय के संस्कृत में पर्यावाची शब्द
- नीलगौ
- नीलवृषभ
- नीलवत्स
- नीलमृग
- नीलविकृति
- नीलदानव
- नीलविहङ्ग
- नीलगिरि
- नीलपुष्प
- नीलतुला
नील गाय का संस्कृत वाक्य में प्रयोग
1. नील गाय एक अनोखी प्रजाति की गाय है।
नीलगै इति गोस्य अद्वितीयजातिः ।
2. नील गाय का रंग नीला होता है।
नीलगायस्य वर्णः नीलः भवति ।
3. नील गाय एक सामान्य गाय की तुलना में अधिक विकसित और बुद्धिमान होती है।
नीलगाई सामान्यगो इत्यस्मात् अधिकं विकसितः बुद्धिमान् च अस्ति ।
4. नील गाय ज्यादातर जंगलों और घास के मैदानों में रहती है।
नीलगाई अधिकतया वनेषु, तृणभूमिषु च निवसति ।
5. नील गाय घास खाने वाली जानवरों में से एक है।
नीलगाई तृणभक्षकपशुषु अन्यतमः अस्ति ।
6. नील गाय के शरीर पर छोटे छोटे दाने जैसे नक्षत्र होते हैं।
नीलगायस्य शरीरे लघुकणिका इव नक्षत्राणि सन्ति ।
7. नील गाय की आंखें बड़ी और खूबसूरत होती हैं।
नीलगायस्य नेत्राणि विशालानि सुन्दराणि च सन्ति।
8. नील गाय एक शांत स्वभाव की होती है
नीलगै शान्तस्वभावस्य अस्ति।
आशा करते है Nil gai ko sanskrit mein kya kahate hain और नील गाय का संस्कृत वाक्य में प्रयोग आपको समझ में आ गया होगा।